प्रतीत्यसमुत्पाद सिद्धांत
प्रतीत्यसमुत्पाद (Pratītyasamutpāda) एक महत्वपूर्ण बौद्ध दर्शन का सिद्धांत है, जिसका अर्थ है "परस्पर निर्भर उत्पत्ति" या "सापेक्ष उत्पत्ति"।
मिट्टी, पानी, सूरज की रोशनी आदि पर निर्भर होकर पौधा उगता है — वैसे ही संसार की हर वस्तु किसी न किसी कारण पर निर्भर होकर ही अस्तित्व में आती है।
बौद्ध दृष्टिकोण:
गौतम बुद्ध ने कहा:
"इदं प्रत्ययत्वा इदं भवति" — अर्थात "जब यह है, तब वह होता है। जब यह नहीं है, तब वह नहीं होता।"
निष्कर्ष:
प्रतीत्यसमुत्पाद हमें यह सिखाता है कि संसार की हर वस्तु और घटना कारण और परिणाम की श्रृंखला में बंधी है। इससे अनित्यता (Anitya) और अनात्मा (Anātman) जैसे बौद्ध सिद्धांतों को भी समझा जा सकता है।
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